Secure Hash Algorithm (SHA) in Cryptography in Hindi - सुरक्षित हैश एल्गोरिदम क्या है?


सिक्योर हैश एल्गोरिदम (Secure Hash Algorithm - SHA) क्या है?

**सिक्योर हैश एल्गोरिदम (Secure Hash Algorithm - SHA)** एक लोकप्रिय **क्रिप्टोग्राफिक हैश फंक्शन** है जिसका उपयोग डेटा की अखंडता (Data Integrity) और सुरक्षा (Security) सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है। इसे **NSA (National Security Agency)** द्वारा विकसित किया गया था और यह **SHA-1, SHA-2, और SHA-3** संस्करणों में उपलब्ध है।

सिक्योर हैश एल्गोरिदम की विशेषताएँ

  • निश्चित आउटपुट साइज: इनपुट डेटा चाहे कितना भी बड़ा हो, SHA हमेशा एक निश्चित लंबाई का आउटपुट देता है।
  • तेज़ और कुशल: डेटा अखंडता की जाँच के लिए यह तेज़ी से काम करता है।
  • पूर्व-छवि प्रतिरोध (Pre-image Resistance): हैश वैल्यू से मूल डेटा को पुनर्प्राप्त करना असंभव होता है।
  • कोलिज़न प्रतिरोध (Collision Resistance): दो अलग-अलग इनपुट्स के लिए समान आउटपुट उत्पन्न होने की संभावना बहुत कम होती है।
  • छोटे बदलाव का बड़ा प्रभाव (Avalanche Effect): इनपुट में एक छोटा सा परिवर्तन भी पूरी तरह से अलग हैश वैल्यू उत्पन्न करता है।

SHA के विभिन्न संस्करण

SHA एल्गोरिदम के कई संस्करण उपलब्ध हैं, जो विभिन्न स्तरों की सुरक्षा प्रदान करते हैं।

SHA वर्जन हैश आउटपुट साइज विशेषताएँ
SHA-1 160-बिट अब असुरक्षित माना जाता है, कमजोर कोलिज़न प्रतिरोध
SHA-224 224-बिट SHA-2 परिवार का हिस्सा, मध्यम सुरक्षा
SHA-256 256-बिट अत्यधिक सुरक्षित, पासवर्ड और डिजिटल सिग्नेचर में उपयोग
SHA-384 384-बिट SHA-512 का ट्रंकटेड संस्करण
SHA-512 512-बिट SHA-256 से अधिक सुरक्षित
SHA-3 224, 256, 384, 512-बिट नवीनतम संस्करण, अधिक सुरक्षित

SHA-256 का उदाहरण

यदि हम **SHA-256** का उपयोग करके **"Hello World"** का हैश निकालें:

[ SHA-256("Hello World") = a591a6d40bf420404a011733cfb7b190d62c65bf0bcda32b53a1c6e7a5e2dfdb ]

यदि हम इनपुट में थोड़ा भी बदलाव करें, तो पूरी तरह से नया हैश उत्पन्न होगा।

[ SHA-256("hello world") = b94d27b9934d3e08a52e52d7da7dabfade5b37de24bcdfb6d3e1a44bbf0d326b ]

SHA एल्गोरिदम के अनुप्रयोग

  • पासवर्ड सुरक्षा: पासवर्ड को सीधे स्टोर करने के बजाय उसके हैश को संग्रहीत किया जाता है।
  • डिजिटल हस्ताक्षर (Digital Signatures): SHA डिजिटल दस्तावेज़ों की सत्यता सुनिश्चित करने में मदद करता है।
  • ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी: क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचेन नेटवर्क में ट्रांज़ैक्शन सत्यापन के लिए SHA-256 का उपयोग किया जाता है।
  • डाटा अखंडता (Data Integrity): डेटा ट्रांसफर के दौरान डेटा में किसी भी बदलाव का पता लगाने के लिए।
  • Message Authentication Code (MAC): सुरक्षित संचार के लिए उपयोग किया जाता है।

SHA पर संभावित हमले

  • ब्रूट फोर्स अटैक (Brute Force Attack): संभावित इनपुट का उपयोग करके सही हैश मिलाने का प्रयास।
  • कोलिज़न अटैक (Collision Attack): दो अलग-अलग इनपुट से समान हैश उत्पन्न करने की कोशिश।
  • रिवर्स इंजीनियरिंग: हैश वैल्यू से इनपुट को पुनर्प्राप्त करने का प्रयास।

SHA बनाम अन्य हैशिंग एल्गोरिदम

विशेषता SHA-256 MD5 SHA-1
सुरक्षा स्तर अत्यधिक सुरक्षित कमजोर मध्यम
आउटपुट साइज 256-बिट 128-बिट 160-बिट
उपयोग ब्लॉकचेन, डिजिटल सिग्नेचर पुरानी वेब सुरक्षा डेटा सत्यापन

निष्कर्ष

**Secure Hash Algorithm (SHA)** एक महत्वपूर्ण क्रिप्टोग्राफिक तकनीक है जो डेटा सुरक्षा, सत्यापन और ब्लॉकचेन तकनीक में व्यापक रूप से उपयोग की जाती है। आधुनिक सुरक्षा आवश्यकताओं के लिए **SHA-256 या SHA-512** का उपयोग करना सबसे सुरक्षित माना जाता है।

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