Message Authentication in Cryptography in Hindi - संदेश प्रमाणीकरण और इसकी विधियाँ


संदेश प्रमाणीकरण (Message Authentication) क्या है?

संदेश प्रमाणीकरण (Message Authentication) क्रिप्टोग्राफी में एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जिसका उपयोग संदेश की सत्यता (integrity) और प्रामाणिकता (authenticity) को सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है। संदेश प्रमाणीकरण यह प्रमाणित करता है कि:

  • संदेश को किसी अनधिकृत व्यक्ति ने बदला नहीं है।
  • संदेश वास्तव में उसी प्रेषक (sender) द्वारा भेजा गया है जो दावा करता है।
  • संदेश पुनरावृत्ति (replay attack) से सुरक्षित है।

संदेश प्रमाणीकरण की आवश्यकता क्यों होती है?

किसी भी संचार प्रणाली में, डेटा की सुरक्षा महत्वपूर्ण होती है। यदि संदेश को बिना प्रमाणीकरण के भेजा जाता है, तो इसमें छेड़छाड़ (modification), पुनरावृत्ति (replay attack), या अन्य साइबर हमले संभव हैं। इसलिए, **Message Authentication** डेटा की सुरक्षा और विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए अनिवार्य होता है।

संदेश प्रमाणीकरण के तरीके

क्रिप्टोग्राफी में संदेश प्रमाणीकरण के विभिन्न तरीके होते हैं, जिनमें प्रमुख हैं:

1. Message Authentication Code (MAC)

MAC एक क्रिप्टोग्राफिक तकनीक है जिसमें एक गुप्त कुंजी (secret key) और संदेश का उपयोग करके एक **tag** उत्पन्न किया जाता है। प्राप्तकर्ता इस टैग की मदद से संदेश की वैधता को सत्यापित करता है।

MAC को निम्नलिखित सूत्र से प्राप्त किया जाता है:

[ MAC = F_{k}(message) ]

जहाँ F एक MAC एल्गोरिदम है और k एक गुप्त कुंजी है।

MAC के प्रकार:

  • HMAC (Hash-based MAC)
  • CMAC (Cipher-based MAC)
  • GMAC (Galois MAC)

2. Hash Functions

Hash functions संदेश प्रमाणीकरण के लिए एक महत्वपूर्ण तकनीक हैं। यह किसी भी संदेश को एक **fixed-size hash value** में परिवर्तित कर देता है। यदि संदेश में कोई भी परिवर्तन किया जाता है, तो उसका **hash value** भी बदल जाता है।

प्रसिद्ध हैश एल्गोरिदम:

  • SHA (Secure Hash Algorithm) - SHA-256, SHA-512
  • MD5 (Message Digest 5)
  • RIPEMD (RACE Integrity Primitives Evaluation Message Digest)

3. Digital Signatures

डिजिटल हस्ताक्षर (Digital Signatures) सार्वजनिक कुंजी क्रिप्टोग्राफी (Public Key Cryptography) पर आधारित होते हैं और यह संदेश की प्रामाणिकता को सुनिश्चित करते हैं। इसमें एक निजी कुंजी (Private Key) और सार्वजनिक कुंजी (Public Key) का उपयोग किया जाता है।

डिजिटल हस्ताक्षर की प्रक्रिया:

  1. प्रेषक (Sender) संदेश का **hash value** निकालता है।
  2. फिर वह इस hash को अपनी **Private Key** से एन्क्रिप्ट करता है और इसे डिजिटल हस्ताक्षर के रूप में संलग्न करता है।
  3. प्राप्तकर्ता (Receiver) सार्वजनिक कुंजी का उपयोग करके हस्ताक्षर को सत्यापित करता है।

4. Kerberos Authentication

Kerberos एक नेटवर्क प्रमाणीकरण प्रणाली है जिसका उपयोग सुरक्षित संचार के लिए किया जाता है। यह एक **Trusted Third Party (TTP)** आधारित प्रणाली है जिसमें Key Distribution Center (KDC) का उपयोग होता है।

संदेश प्रमाणीकरण और एन्क्रिप्शन में अंतर

विशेषता संदेश प्रमाणीकरण (Message Authentication) एन्क्रिप्शन (Encryption)
लक्ष्य डेटा की सत्यता और प्रामाणिकता को सुनिश्चित करना डेटा को सुरक्षित करना
प्रकार MAC, Hash Functions, Digital Signatures Symmetric और Asymmetric Encryption
मुख्य तत्व गुप्त कुंजी या हैश एल्गोरिदम एन्क्रिप्शन एल्गोरिदम और कुंजियाँ

क्रिप्टोग्राफी में संदेश प्रमाणीकरण का उपयोग

  • सुरक्षित नेटवर्क संचार (Secure Communication)
  • ईमेल सत्यापन (Email Authentication)
  • डेटा अखंडता सुनिश्चित करना (Data Integrity)
  • ऑनलाइन बैंकिंग और ई-कॉमर्स
  • डिजिटल हस्ताक्षर आधारित दस्तावेज प्रमाणीकरण

इस प्रकार, **Message Authentication** साइबर सुरक्षा (Cyber Security) का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो डेटा की सुरक्षा और भरोसेमंदता सुनिश्चित करता है।

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