ब्लॉक साइफर क्या है? - Block Cipher in Cryptography in Hindi


ब्लॉक साइफर क्या है? - Block Cipher in Cryptography in Hindi

परिचय

डिजिटल डेटा को सुरक्षित करने के लिए क्रिप्टोग्राफ़ी (Cryptography) का उपयोग किया जाता है, और इसमें **Block Cipher (ब्लॉक साइफर)** एक महत्वपूर्ण तकनीक है। Block Cipher एक प्रकार का **सिमेट्रिक की क्रिप्टोग्राफी (Symmetric Key Cryptography)** है, जिसमें डेटा को **एक साथ ब्लॉक्स (Blocks)** में विभाजित करके एन्क्रिप्ट किया जाता है।

ब्लॉक साइफर का उपयोग **डेटा सुरक्षा, ऑनलाइन लेनदेन, और पासवर्ड एन्क्रिप्शन** जैसी महत्वपूर्ण सुरक्षा प्रणालियों में किया जाता है।

1. ब्लॉक साइफर क्या है? (What is Block Cipher?)

Block Cipher एक प्रकार का **एन्क्रिप्शन एल्गोरिदम (Encryption Algorithm)** है, जिसमें **डेटा को निश्चित आकार के ब्लॉक्स** में विभाजित करके एन्क्रिप्ट किया जाता है।

**विशेषताएँ:**

  • डेटा को **ब्लॉक्स में विभाजित** करके प्रोसेस किया जाता है।
  • हर ब्लॉक को **एक समान कुंजी (Key)** से एन्क्रिप्ट किया जाता है।
  • ब्लॉक साइफर **सिमेट्रिक क्रिप्टोग्राफ़ी** पर आधारित होते हैं।
  • यह **Substitution और Permutation** तकनीकों का उपयोग करता है।

2. ब्लॉक साइफर का कार्य करने का तरीका (How Block Cipher Works?)

Block Cipher में डेटा को पहले **ब्लॉक्स** में विभाजित किया जाता है, फिर हर ब्लॉक को **एन्क्रिप्शन एल्गोरिदम** का उपयोग करके एन्क्रिप्ट किया जाता है।

**Encryption प्रक्रिया:**

  • Plaintext → डेटा को ब्लॉक्स में विभाजित किया जाता है।
  • Key → प्रत्येक ब्लॉक को एक कुंजी से एन्क्रिप्ट किया जाता है।
  • Ciphertext → एन्क्रिप्टेड ब्लॉक्स को जोड़ा जाता है।

3. ब्लॉक साइफर के प्रकार (Types of Block Cipher)

Block Cipher को **एन्क्रिप्शन मोड** के आधार पर विभिन्न भागों में विभाजित किया जाता है:

3.1 इलेक्ट्रॉनिक कोडबुक (ECB - Electronic Codebook)

इसमें हर ब्लॉक को अलग-अलग **स्वतंत्र रूप से एन्क्रिप्ट किया जाता है**। यह सबसे सरल मोड है लेकिन इसमें सुरक्षा की कमी होती है।

3.2 साइफर ब्लॉक चेनिंग (CBC - Cipher Block Chaining)

इसमें प्रत्येक ब्लॉक को पिछले ब्लॉक के **Ciphertext** के साथ XOR किया जाता है, जिससे यह अधिक सुरक्षित बनता है।

3.3 साइफर फीडबैक (CFB - Cipher Feedback)

यह एक स्ट्रीम मोड की तरह काम करता है, जिसमें पिछले ब्लॉक के **Ciphertext** का उपयोग अगले ब्लॉक के एन्क्रिप्शन में किया जाता है।

3.4 आउटपुट फीडबैक (OFB - Output Feedback)

यह CFB के समान है लेकिन इसमें **फ़ीडबैक के लिए Ciphertext की जगह Key Stream का उपयोग किया जाता है।**

3.5 काउंटर मोड (CTR - Counter Mode)

इसमें एक काउंटर वैल्यू का उपयोग करके प्रत्येक ब्लॉक को **स्वतंत्र रूप से एन्क्रिप्ट किया जाता है**।

4. ब्लॉक साइफर के उदाहरण (Examples of Block Ciphers)

  • DES (Data Encryption Standard) - 64-bit ब्लॉक्स और 56-bit कुंजी का उपयोग करता है।
  • 3DES (Triple DES) - DES का सुरक्षित रूप जिसमें तीन बार एन्क्रिप्शन किया जाता है।
  • AES (Advanced Encryption Standard) - 128-bit, 192-bit, और 256-bit कुंजियों का समर्थन करता है और सबसे सुरक्षित ब्लॉक साइफर में से एक है।
  • Blowfish - तेज़ और सुरक्षित ब्लॉक साइफर।
  • Twofish - AES प्रतियोगिता का एक मजबूत ब्लॉक साइफर।

5. ब्लॉक साइफर बनाम स्ट्रीम साइफर (Block Cipher vs Stream Cipher)

विशेषता ब्लॉक साइफर स्ट्रीम साइफर
डेटा प्रोसेसिंग ब्लॉक्स में स्ट्रीम में
कुंजी उपयोग स्थिर कुंजी डायनामिक कुंजी
सुरक्षा उच्च कम
उदाहरण AES, DES RC4, Salsa20

6. ब्लॉक साइफर के उपयोग (Applications of Block Cipher)

  • **बैंकिंग और वित्तीय लेनदेन** में सुरक्षित डेटा ट्रांसमिशन।
  • **VPN और SSL/TLS** में डेटा सुरक्षा।
  • **पासवर्ड स्टोरेज** और एन्क्रिप्शन।
  • **डिजिटल सिग्नेचर** और प्रमाणपत्र।

7. ब्लॉक साइफर के फायदे और नुकसान

फायदे:

  • डेटा को **उच्च स्तर पर सुरक्षा** प्रदान करता है।
  • अधिकांश **सुरक्षित संचार प्रोटोकॉल** में उपयोग किया जाता है।
  • यह **ऑथेंटिकेशन और डेटा इंटीग्रिटी** सुनिश्चित करता है।

नुकसान:

  • ब्लॉक साइफर **धीमा हो सकता है**।
  • कुछ मोड्स (ECB) सुरक्षा में कमजोर हो सकते हैं।
  • सही कुंजी प्रबंधन आवश्यक है।

निष्कर्ष

Block Cipher क्रिप्टोग्राफ़ी की एक महत्वपूर्ण तकनीक है जो डेटा को **ब्लॉक्स में विभाजित करके सुरक्षित बनाती है**। यह **AES, DES, और Blowfish** जैसे मजबूत एल्गोरिदम का उपयोग करता है और **बैंकिंग, साइबर सुरक्षा, और डिजिटल संचार** में व्यापक रूप से प्रयोग किया जाता है।

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