एडवांस्ड एन्क्रिप्शन स्टैंडर्ड (AES) क्या है? - Advanced Encryption Standard in Hindi
एडवांस्ड एन्क्रिप्शन स्टैंडर्ड (AES) क्या है? - Advanced Encryption Standard in Hindi
परिचय
**Advanced Encryption Standard (AES)** एक आधुनिक **सिमेट्रिक एन्क्रिप्शन एल्गोरिदम** है, जिसका उपयोग **डेटा सुरक्षा और क्रिप्टोग्राफ़ी** में किया जाता है। इसे **2001 में National Institute of Standards and Technology (NIST)** द्वारा विकसित किया गया था और यह **Data Encryption Standard (DES) का उन्नत संस्करण** है।
आज **बैंकिंग, सरकारी एजेंसियों, क्लाउड सिक्योरिटी और डिजिटल संचार** में AES सबसे लोकप्रिय और सुरक्षित एन्क्रिप्शन एल्गोरिदम है।
1. AES क्या है? (What is AES?)
AES एक **ब्लॉक साइफर (Block Cipher)** है, जिसमें **128-बिट ब्लॉक्स** पर एन्क्रिप्शन किया जाता है और यह **128-बिट, 192-बिट और 256-बिट कुंजियों (Keys)** का समर्थन करता है।
**मुख्य विशेषताएँ:**
- सिमेट्रिक की एन्क्रिप्शन (Symmetric Key Encryption)
- ब्लॉक साइफर आधारित एल्गोरिदम
- कुंजी की लंबाई: **128-बिट, 192-बिट, और 256-बिट**
- सुरक्षा के लिए **Substitution, Permutation और Mixing** तकनीकों का उपयोग
- तेज़ और कुशल एन्क्रिप्शन प्रक्रिया
2. AES का कार्य करने का तरीका (How AES Works?)
AES एल्गोरिदम में डेटा को **ब्लॉक्स में विभाजित** किया जाता है और इसे **कई राउंड (Rounds)** के माध्यम से प्रोसेस किया जाता है।
**AES के प्रमुख चरण:**
- **Key Expansion:** मूल कुंजी से कई सब-कीज उत्पन्न की जाती हैं।
- **Initial Round:** डेटा को पहले AddRoundKey प्रक्रिया से गुजारा जाता है।
- **Main Rounds:** SubBytes, ShiftRows, MixColumns और AddRoundKey का उपयोग किया जाता है।
- **Final Round:** MixColumns को छोड़कर बाकी तीन चरण लागू होते हैं।
3. AES के चरण (Steps of AES Encryption)
चरण 1: Key Expansion (कुंजी विस्तार)
मूल कुंजी से कई **Subkeys** उत्पन्न की जाती हैं, जिन्हें प्रत्येक राउंड में उपयोग किया जाता है।
चरण 2: Initial Round
- **AddRoundKey:** प्लेनटेक्स्ट को प्रारंभिक कुंजी के साथ XOR किया जाता है।
चरण 3: Main Rounds
- **SubBytes:** प्रत्येक बाइट को एक S-Box का उपयोग करके बदला जाता है।
- **ShiftRows:** प्रत्येक पंक्ति के बाइट्स को बाईं ओर शिफ्ट किया जाता है।
- **MixColumns:** प्रत्येक कॉलम के डेटा को एक मैट्रिक्स के साथ गुणा किया जाता है।
- **AddRoundKey:** प्रत्येक राउंड के बाद नई कुंजी जोड़ी जाती है।
चरण 4: Final Round
- यह Main Rounds की तरह ही होता है लेकिन **MixColumns** स्टेप नहीं होता।
4. AES के प्रकार (AES Key Sizes and Rounds)
AES संस्करण | कुंजी की लंबाई | ब्लॉक साइज | राउंड्स |
---|---|---|---|
AES-128 | 128-बिट | 128-बिट | 10 |
AES-192 | 192-बिट | 128-बिट | 12 |
AES-256 | 256-बिट | 128-बिट | 14 |
5. AES के उपयोग (Applications of AES)
- **बैंकिंग और वित्तीय सुरक्षा (Banking & Financial Security)**
- **VPN और नेटवर्क सुरक्षा (VPN & Network Security)**
- **Wi-Fi सुरक्षा (WPA2 & WPA3 Encryption)**
- **क्लाउड डेटा सुरक्षा (Cloud Data Protection)**
- **पासवर्ड स्टोरेज और सुरक्षित फाइल एन्क्रिप्शन**
6. AES के फायदे और नुकसान
फायदे:
- **DES और 3DES की तुलना में अधिक सुरक्षित**
- **तेज़ प्रोसेसिंग गति और कुशल एल्गोरिदम**
- **Brute Force Attacks के खिलाफ सुरक्षित**
- **मोबाइल और IoT डिवाइसेस में भी इस्तेमाल किया जाता है**
नुकसान:
- कुंजी प्रबंधन कठिन हो सकता है।
- कुछ हार्डवेयर पर एन्क्रिप्शन/डिक्रिप्शन प्रक्रिया अधिक संसाधन ले सकती है।
7. AES बनाम अन्य एन्क्रिप्शन एल्गोरिदम
विशेषता | DES | 3DES | AES |
---|---|---|---|
कुंजी की लंबाई | 56-बिट | 112/168-बिट | 128/192/256-बिट |
ब्लॉक साइज | 64-बिट | 64-बिट | 128-बिट |
राउंड्स | 16 | 48 (3×16) | 10, 12, 14 |
सुरक्षा | कम | मध्यम | उच्च |
गति | तेज़ | धीमा | बहुत तेज़ |
निष्कर्ष
**Advanced Encryption Standard (AES)** आधुनिक क्रिप्टोग्राफ़ी में **सबसे सुरक्षित और प्रभावी एन्क्रिप्शन तकनीक** में से एक है। यह **DES और 3DES की तुलना में अधिक सुरक्षित और तेज़** है और इसका उपयोग **बैंकिंग, क्लाउड सिक्योरिटी, नेटवर्क सुरक्षा, और डेटा एन्क्रिप्शन** में व्यापक रूप से किया जाता है।
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