Scoreboarding and Tomasulo’s Algorithm in Computer Architecture in Hindi | स्कोरबोर्डिंग और टॉमसुलो एल्गोरिदम


स्कोरबोर्डिंग और टॉमसुलो एल्गोरिदम क्या हैं?

कंप्यूटर आर्किटेक्चर में Scoreboarding और Tomasulo’s Algorithm का उपयोग Instruction-Level Parallelism (ILP) को बढ़ाने और डेटा हैजार्ड्स को कम करने के लिए किया जाता है। ये तकनीकें आधुनिक प्रोसेसरों में इंस्ट्रक्शन निष्पादन की गति को तेज करने में मदद करती हैं।

स्कोरबोर्डिंग (Scoreboarding)

स्कोरबोर्डिंग एक हार्डवेयर तकनीक है जिसका उपयोग आउट-ऑफ-ऑर्डर इंस्ट्रक्शन निष्पादन (Out-of-Order Execution) को सक्षम करने और डेटा डिपेंडेंसी (Data Dependency) को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है।

स्कोरबोर्डिंग के प्रमुख घटक:

  • इंस्ट्रक्शन स्टेटस टेबल: प्रत्येक इंस्ट्रक्शन का वर्तमान स्टेट ट्रैक किया जाता है।
  • फंक्शनल यूनिट स्टेट: CPU की प्रत्येक यूनिट की स्थिति को स्टोर किया जाता है।
  • रजिस्टर रिजर्वेशन: यह बताता है कि कोई रजिस्टर किसी विशेष इंस्ट्रक्शन के लिए आरक्षित है या नहीं।

स्कोरबोर्डिंग की प्रक्रिया:

  1. इंस्ट्रक्शन फेच: इंस्ट्रक्शन को मेमोरी से लाया जाता है।
  2. इंस्ट्रक्शन डिकोड: इंस्ट्रक्शन को डिकोड करके इसकी आवश्यकताओं का निर्धारण किया जाता है।
  3. ऑपरेशन इशू: इंस्ट्रक्शन को निष्पादन के लिए तैयार किया जाता है।
  4. ऑपरेशन निष्पादन: इंस्ट्रक्शन का निष्पादन किया जाता है।
  5. राइट बैक: आउटपुट को रजिस्टर में लिखा जाता है।

टॉमसुलो एल्गोरिदम (Tomasulo’s Algorithm)

टॉमसुलो एल्गोरिदम IBM 360/91 सुपरस्केलर प्रोसेसर में उपयोग किया गया था। यह एल्गोरिदम आउट-ऑफ-ऑर्डर निष्पादन को लागू करने के लिए स्कोरबोर्डिंग से अधिक प्रभावी है।

टॉमसुलो एल्गोरिदम के घटक:

  • रेजर्वेशन स्टेशन (Reservation Station): इंस्ट्रक्शनों को अस्थायी रूप से स्टोर करता है और डेटा डिपेंडेंसी हल करने में मदद करता है।
  • रजिस्टर रीनामिंग (Register Renaming): यह RAW (Read After Write) और WAW (Write After Write) हैजार्ड्स को हल करता है।
  • कॉमन डेटा बस (Common Data Bus - CDB): यह डेटा को विभिन्न यूनिट्स के बीच वितरित करने में मदद करता है।

टॉमसुलो एल्गोरिदम की प्रक्रिया:

  1. इंस्ट्रक्शन इशू: इंस्ट्रक्शन को रिजर्वेशन स्टेशन में रखा जाता है और संसाधन उपलब्ध होने पर निष्पादन के लिए भेजा जाता है।
  2. ऑपरेशन निष्पादन: जब सभी आवश्यक ऑपरेटर्स उपलब्ध हो जाते हैं, तो इंस्ट्रक्शन को निष्पादित किया जाता है।
  3. रिजल्ट ब्रॉडकास्ट: आउटपुट को कॉमन डेटा बस के माध्यम से संबंधित रजिस्टर में भेजा जाता है।

स्कोरबोर्डिंग और टॉमसुलो एल्गोरिदम की तुलना

गुण स्कोरबोर्डिंग टॉमसुलो एल्गोरिदम
डेटा हैजार्ड नियंत्रण रजिस्टर रिजर्वेशन का उपयोग करता है रजिस्टर रीनामिंग और रिजर्वेशन स्टेशन का उपयोग करता है
इंस्ट्रक्शन निष्पादन इंस्ट्रक्शन को रजिस्टर निर्भरता के आधार पर निष्पादित करता है आउट-ऑफ-ऑर्डर निष्पादन की अनुमति देता है
हार्डवेयर जटिलता कम जटिल अधिक जटिल
प्रदर्शन कम प्रभावी बेहतर प्रदर्शन

लाभ और सीमाएँ

स्कोरबोर्डिंग के लाभ:

  • इंस्ट्रक्शन निष्पादन को गति प्रदान करता है।
  • डेटा डिपेंडेंसी को नियंत्रित करने में सक्षम।

स्कोरबोर्डिंग की सीमाएँ:

  • अधिक जटिल हार्डवेयर की आवश्यकता होती है।
  • आउट-ऑफ-ऑर्डर निष्पादन सीमित होता है।

टॉमसुलो एल्गोरिदम के लाभ:

  • बेहतर आउट-ऑफ-ऑर्डर निष्पादन।
  • डेटा हैजार्ड्स को प्रभावी ढंग से हल करता है।

टॉमसुलो एल्गोरिदम की सीमाएँ:

  • अधिक हार्डवेयर संसाधनों की आवश्यकता।
  • जटिल कार्यान्वयन।

निष्कर्ष

स्कोरबोर्डिंग और टॉमसुलो एल्गोरिदम दोनों कंप्यूटर आर्किटेक्चर में प्रदर्शन सुधारने के लिए उपयोग किए जाते हैं। हालाँकि, टॉमसुलो एल्गोरिदम अधिक प्रभावी और तेज़ आउट-ऑफ-ऑर्डर निष्पादन प्रदान करता है। आधुनिक प्रोसेसरों में टॉमसुलो एल्गोरिदम का अधिक उपयोग किया जाता है क्योंकि यह डेटा हैजार्ड को कुशलता से हल करता है।

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