एलिप्टिक कर्व क्रिप्टोग्राफी क्या है? - Elliptic Curve Cryptography in Hindi


एलिप्टिक कर्व क्रिप्टोग्राफी क्या है? - Elliptic Curve Cryptography in Hindi

परिचय

Elliptic Curve Cryptography (ECC) एक आधुनिक **असिमेट्रिक एन्क्रिप्शन तकनीक** है, जो **एलिप्टिक कर्व गणितीय समीकरणों** पर आधारित होती है। ECC का उपयोग **सुरक्षित डेटा एन्क्रिप्शन, डिजिटल हस्ताक्षर, और कुंजी विनिमय** के लिए किया जाता है। यह पारंपरिक RSA क्रिप्टोग्राफी की तुलना में **अधिक सुरक्षित और तेज़** है, क्योंकि यह **छोटी कुंजियों के साथ उच्च सुरक्षा** प्रदान करता है।

Elliptic Curve Cryptography कैसे काम करता है?

ECC गणितीय रूप से **एलिप्टिक कर्व समीकरण** पर आधारित होता है:

y² = x³ + ax + b (mod p)

जहाँ:

  • x और y: एलिप्टिक कर्व पर बिंदु (Points) होते हैं।
  • a और b: स्थिरांक (Constants) होते हैं।
  • p: एक प्राइम नंबर होता है, जो गणनाओं को सीमित करता है।

ECC में कुंजी निर्माण (Key Generation in ECC)

  1. सिस्टम एक बड़ा प्राइम नंबर **p** और एक **एलिप्टिक कर्व समीकरण** चुनता है।
  2. प्राइवेट की (Private Key) के रूप में एक यादृच्छिक संख्या **d** चुनी जाती है।
  3. सार्वजनिक कुंजी (Public Key) निम्नलिखित गणना द्वारा निकाली जाती है:

Public Key = d × G

  • जहाँ **G** एक ज्ञात प्रारंभिक बिंदु (Generator Point) होता है।
  • यह गणना **Elliptic Curve Point Multiplication** के द्वारा की जाती है।

Elliptic Curve Diffie-Hellman (ECDH) कुंजी विनिमय

ECC का उपयोग **सुरक्षित कुंजी विनिमय** के लिए भी किया जाता है, जिसे Elliptic Curve Diffie-Hellman (ECDH) कहा जाता है।

ECDH कुंजी विनिमय प्रक्रिया:

  1. Alice और Bob एक सार्वजनिक बिंदु **G** और एक प्राइम नंबर **p** पर सहमत होते हैं।
  2. Alice अपनी निजी कुंजी **dA** चुनती है और सार्वजनिक कुंजी **PA** निकालती है: PA = dA × G
  3. Bob अपनी निजी कुंजी **dB** चुनता और सार्वजनिक कुंजी **PB** निकालता है: PB = dB × G
  4. Alice और Bob अपनी कुंजियाँ साझा करते हैं और साझा गुप्त कुंजी (Shared Secret Key) की गणना करते हैं:
    • Alice: **Secret Key = dA × PB**
    • Bob: **Secret Key = dB × PA**
  5. गणितीय रूप से, यह साबित होता है कि **Alice और Bob की साझा कुंजी समान होती है।**

Elliptic Curve Digital Signature Algorithm (ECDSA)

ECC का उपयोग **डिजिटल हस्ताक्षर (Digital Signature)** के लिए भी किया जाता है, जिसे **Elliptic Curve Digital Signature Algorithm (ECDSA)** कहा जाता है।

ECDSA प्रक्रिया:

  1. प्राइवेट की से **डिजिटल हस्ताक्षर (Digital Signature)** बनाया जाता है।
  2. सार्वजनिक कुंजी से हस्ताक्षर को सत्यापित किया जाता है।
  3. ECDSA का उपयोग **ब्लॉकचेन, बैंकिंग, और डिजिटल प्रमाणपत्रों** में किया जाता है।

ECC बनाम RSA

विशेषताElliptic Curve Cryptography (ECC)RSA
कुंजी लंबाई256-बिट ECC कुंजी ≈ 3072-बिट RSA कुंजी
सुरक्षाछोटी कुंजी के साथ अधिक सुरक्षितलंबी कुंजी की आवश्यकता
प्रदर्शनतेज़धीमा
स्टोरेज और बैंडविड्थकमअधिक
उपयोगब्लॉकचेन, IoT, डिजिटल हस्ताक्षरSSL/TLS, बैंकिंग

Elliptic Curve Cryptography के अनुप्रयोग

  • ब्लॉकचेन और क्रिप्टोकरेंसी: बिटकॉइन और अन्य डिजिटल मुद्राओं में ECDSA का उपयोग।
  • SSL/TLS सुरक्षा: वेब सर्वर एन्क्रिप्शन।
  • IoT सुरक्षा: इंटरनेट ऑफ थिंग्स डिवाइसेस में उपयोग।
  • स्मार्ट कार्ड और डिजिटल हस्ताक्षर: पासपोर्ट और बैंकिंग सिस्टम।

Elliptic Curve Cryptography के लाभ

  • छोटी कुंजियों के साथ उच्च सुरक्षा: ECC छोटी कुंजी लंबाई में अधिक सुरक्षा प्रदान करता है।
  • तेज़ प्रदर्शन: RSA की तुलना में ECC की गणना तेजी से होती है।
  • कम स्टोरेज और बैंडविड्थ: ECC कुंजियाँ छोटी होती हैं, जिससे स्टोरेज और नेटवर्क बैंडविड्थ कम उपयोग होती है।

Elliptic Curve Cryptography की सीमाएँ

  • जटिल गणना: गणितीय रूप से अधिक जटिल होता है।
  • क्रिप्टो-अटैक्स: ECC को साइड-चैनल अटैक्स (Side-Channel Attacks) से सुरक्षा की आवश्यकता होती है।

निष्कर्ष

Elliptic Curve Cryptography (ECC) एक **अत्याधुनिक और सुरक्षित एन्क्रिप्शन तकनीक** है, जो छोटी कुंजी के साथ **RSA की तुलना में अधिक सुरक्षा** प्रदान करती है। यह **ब्लॉकचेन, डिजिटल हस्ताक्षर, और इंटरनेट सिक्योरिटी** में व्यापक रूप से उपयोग की जाती है। ECC की उच्च दक्षता और सुरक्षा इसे **आधुनिक साइबर सुरक्षा का भविष्य** बनाती है।

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