ब्लॉक साइफर क्या है? - Block Cipher in Cryptography in Hindi - (CS 7th)


ब्लॉक साइफर क्या है? - Block Cipher in Cryptography in Hindi

परिचय

Block Cipher एक क्रिप्टोग्राफिक तकनीक है, जिसमें डेटा को छोटे-छोटे ब्लॉक्स में विभाजित करके एन्क्रिप्ट किया जाता है। यह तकनीक सुरक्षित संचार और डेटा सुरक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण होती है।

ब्लॉक साइफर की कार्यप्रणाली

ब्लॉक साइफर में डेटा को फिक्स्ड साइज (जैसे 64-बिट, 128-बिट) के ब्लॉक्स में तोड़ा जाता है और प्रत्येक ब्लॉक को एक ही कुंजी का उपयोग करके एन्क्रिप्ट किया जाता है।

ब्लॉक साइफर के चरण:

  1. ब्लॉक डिवीजन: इनपुट डेटा को ब्लॉक्स में विभाजित किया जाता है।
  2. एन्क्रिप्शन एल्गोरिदम: प्रत्येक ब्लॉक को एक विशेष एल्गोरिदम का उपयोग करके एन्क्रिप्ट किया जाता है।
  3. की (Key) का उपयोग: ब्लॉक एन्क्रिप्शन के लिए एक सीक्रेट की का उपयोग किया जाता है।
  4. Ciphertext Generation: एन्क्रिप्टेड ब्लॉक्स को मिलाकर Ciphertext तैयार किया जाता है।

ब्लॉक साइफर के प्रकार

ब्लॉक साइफर के कई प्रकार होते हैं, जिनमें प्रमुख हैं:

1. डेटा एन्क्रिप्शन स्टैंडर्ड (DES - Data Encryption Standard)

यह 64-बिट ब्लॉक साइफर है जिसमें 56-बिट की का उपयोग किया जाता है।

2. एडवांस्ड एन्क्रिप्शन स्टैंडर्ड (AES - Advanced Encryption Standard)

AES 128-बिट, 192-बिट और 256-बिट की का उपयोग करता है, जिससे यह अधिक सुरक्षित होता है।

3. ट्रिपल DES (3DES)

यह DES का उन्नत संस्करण है, जिसमें डेटा को तीन बार एन्क्रिप्ट किया जाता है।

4. इंटरनेशनल डेटा एन्क्रिप्शन एल्गोरिदम (IDEA)

यह 128-बिट की का उपयोग करके ब्लॉक साइफर एन्क्रिप्शन करता है।

ब्लॉक साइफर ऑपरेटिंग मोड्स

ब्लॉक साइफर कई ऑपरेटिंग मोड्स का उपयोग कर सकता है, जिनमें प्रमुख हैं:

ऑपरेटिंग मोडविवरण
Electronic Codebook (ECB)प्रत्येक ब्लॉक को स्वतंत्र रूप से एन्क्रिप्ट करता है।
Cipher Block Chaining (CBC)हर ब्लॉक पिछले ब्लॉक के आउटपुट पर निर्भर करता है।
Counter Mode (CTR)एक काउंटर का उपयोग करके ब्लॉक्स को एन्क्रिप्ट करता है।
Output Feedback (OFB)ब्लॉक्स को फीडबैक के रूप में उपयोग करता है।

ब्लॉक साइफर के लाभ

  • डाटा को सुरक्षित रूप से एन्क्रिप्ट करता है।
  • प्रत्येक ब्लॉक को अलग-अलग कुंजी से सुरक्षित कर सकता है।
  • साइबर सिक्योरिटी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

ब्लॉक साइफर की सीमाएँ

  • ब्लॉक साइफर को कुंजी प्रबंधन की आवश्यकता होती है।
  • कुछ मोड्स में डेटा रिपीट होने की संभावना होती है।

निष्कर्ष

Block Cipher एक महत्वपूर्ण क्रिप्टोग्राफिक तकनीक है, जिसका उपयोग सुरक्षित डेटा एन्क्रिप्शन में किया जाता है। आधुनिक समय में AES जैसे एल्गोरिदम सुरक्षित संचार सुनिश्चित करने में मदद करते हैं।

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