TCP सेगमेंट फॉर्मेट क्या है? पूरी जानकारी हिंदी में
TCP सेगमेंट फॉर्मेट क्या है?
परिचय
TCP (Transmission Control Protocol) एक विश्वसनीय और कनेक्शन-ओरिएंटेड प्रोटोकॉल है, जिसका उपयोग इंटरनेट पर डेटा ट्रांसमिशन के लिए किया जाता है। TCP डेटा को छोटे टुकड़ों (Segments) में विभाजित करता है और इन्हें क्रमबद्ध (Sequenced) और त्रुटिरहित (Error-free) रूप से गंतव्य तक पहुँचाने का कार्य करता है।
1. TCP सेगमेंट क्या होता है?
TCP डेटा को छोटे टुकड़ों में तोड़कर सेगमेंट बनाता है, जिसे ट्रांसपोर्ट लेयर पर प्रोसेस किया जाता है। हर TCP सेगमेंट में आवश्यक हेडर और डेटा होता है।
2. TCP सेगमेंट का फॉर्मेट
TCP सेगमेंट का फॉर्मेट 20-बाइट के हेडर और वैरिएबल लंबाई के डेटा से बना होता है। इसका स्ट्रक्चर नीचे दिया गया है:
फील्ड | साइज़ | विवरण |
---|---|---|
Source Port | 16-बिट | स्रोत डिवाइस का पोर्ट नंबर |
Destination Port | 16-बिट | गंतव्य डिवाइस का पोर्ट नंबर |
Sequence Number | 32-बिट | डेटा के क्रम को ट्रैक करने के लिए |
Acknowledgment Number | 32-बिट | पिछले डेटा सेगमेंट की पुष्टि (ACK) |
Data Offset | 4-बिट | TCP हेडर की लंबाई |
Reserved | 3-बिट | भविष्य के उपयोग के लिए |
Flags | 9-बिट | कनेक्शन कंट्रोल और डेटा ट्रांसमिशन को नियंत्रित करता है |
Window Size | 16-बिट | प्राप्तकर्ता कितना डेटा स्वीकार कर सकता है |
Checksum | 16-बिट | डेटा की अखंडता (Integrity) सुनिश्चित करता है |
Urgent Pointer | 16-बिट | तत्काल डेटा की प्राथमिकता निर्धारित करता है |
Options | वैरिएबल | TCP कार्यक्षमता को बढ़ाने के लिए अतिरिक्त फ़ील्ड |
Data | वैरिएबल | वास्तविक डेटा जो ट्रांसमिट किया जाता है |
3. TCP सेगमेंट के मुख्य घटक
1. Source Port और Destination Port
- Source Port: डेटा भेजने वाले डिवाइस का पोर्ट नंबर।
- Destination Port: डेटा प्राप्त करने वाले डिवाइस का पोर्ट नंबर।
- यह पोर्ट्स एप्लिकेशन और सर्वर के बीच डेटा डिलीवरी को सही तरीके से निर्देशित करने में मदद करते हैं।
2. Sequence Number
- यह डेटा सेगमेंट के ऑर्डर को ट्रैक करता है।
- यह रिसीवर को यह समझने में मदद करता है कि कौन सा डेटा पहले आया और कौन सा बाद में।
- TCP रिलायबिलिटी सुनिश्चित करने के लिए इस नंबर का उपयोग करता है।
3. Acknowledgment Number
- प्राप्तकर्ता यह संकेत देता है कि उसे कौन सा डेटा सेगमेंट सफलतापूर्वक मिला।
- यह फ्लो कंट्रोल में मदद करता है और यह सुनिश्चित करता है कि डेटा खोए बिना पहुँचा है।
4. Data Offset
- TCP हेडर की कुल लंबाई को परिभाषित करता है।
- यह 4-बिट लंबा होता है।
5. Control Flags
TCP सेगमेंट में 9 कंट्रोल फ्लैग्स होते हैं:
फ्लैग | विवरण |
---|---|
URG | Urgent Pointer फील्ड को मान्य करता है। |
ACK | Acknowledgment नंबर को मान्य करता है। |
PSH | डेटा को तुरंत एप्लिकेशन पर पुश करता है। |
RST | कनेक्शन रीसेट करता है। |
SYN | नया कनेक्शन स्थापित करने के लिए उपयोग किया जाता है। |
FIN | कनेक्शन बंद करने के लिए संकेत देता है। |
6. Window Size
- यह दिखाता है कि रिसीवर कितना डेटा बिना पुष्टि (ACK) के प्राप्त कर सकता है।
- यह फ्लो कंट्रोल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
7. Checksum
- यह डेटा की अखंडता (Integrity) सुनिश्चित करता है।
- अगर किसी भी डेटा पैकेट में त्रुटि होती है, तो इसे पुनः भेजा जाता है।
8. Urgent Pointer
- इसका उपयोग तत्काल डेटा को प्राथमिकता देने के लिए किया जाता है।
- यह URG फ्लैग के साथ कार्य करता है।
9. Options
- यह वैकल्पिक फ़ील्ड TCP कार्यक्षमता को बढ़ाने के लिए उपयोग की जाती है।
- जैसे कि टाइमस्टैम्प और Selective Acknowledgment।
4. TCP सेगमेंट का उपयोग
- वेब ब्राउज़िंग: HTTP और HTTPS में डेटा ट्रांसफर।
- ईमेल ट्रांसमिशन: SMTP और IMAP का उपयोग।
- फ़ाइल ट्रांसफर: FTP (File Transfer Protocol)।
- वीडियो स्ट्रीमिंग: नेटफ्लिक्स, यूट्यूब जैसी सेवाएँ।
- VoIP और ऑनलाइन गेमिंग: विश्वसनीय डेटा संचार के लिए।
निष्कर्ष
TCP सेगमेंट डेटा ट्रांसमिशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह विभिन्न हेडर फ़ील्ड्स का उपयोग करके डेटा को कुशलता से भेजता और प्राप्त करता है। TCP रिलायबिलिटी, ऑर्डर गारंटी, और एरर डिटेक्शन सुनिश्चित करता है, जिससे यह इंटरनेट पर सबसे अधिक उपयोग किया जाने वाला प्रोटोकॉल बन जाता है।
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