Quick Sort Algorithm in Hindi | क्विक सॉर्ट एल्गोरिदम क्या है?


क्विक सॉर्ट एल्गोरिदम क्या है? (Quick Sort Algorithm in Hindi)

क्विक सॉर्ट (Quick Sort) एक कुशल और लोकप्रिय सॉर्टिंग एल्गोरिदम है जो डिवाइड एंड कॉन्कर (Divide and Conquer) तकनीक पर आधारित है। यह एल्गोरिदम औसतन O(n log n) समय जटिलता (Time Complexity) प्रदान करता है और अक्सर प्रैक्टिकल उपयोगों में Merge Sort से तेज़ होता है।

क्विक सॉर्ट एल्गोरिदम की प्रक्रिया (Quick Sort Algorithm Process)

क्विक सॉर्ट निम्नलिखित चरणों में कार्य करता है:

  • चरण 1 (Pivot Selection): किसी भी तत्व को पिवट (Pivot) के रूप में चुनें।
  • चरण 2 (Partitioning): सूची को दो भागों में विभाजित करें, जहाँ एक भाग में छोटे और दूसरे भाग में बड़े तत्व हों।
  • चरण 3 (Recursion): प्रत्येक भाग को पुनरावृत्त रूप से सॉर्ट करें।

क्विक सॉर्ट का छद्मकोड (Pseudocode of Quick Sort)

QuickSort(arr, low, high)
    if low < high:
        pivotIndex = Partition(arr, low, high)
        QuickSort(arr, low, pivotIndex - 1)
        QuickSort(arr, pivotIndex + 1, high)

क्विक सॉर्ट एल्गोरिदम का उदाहरण (Example of Quick Sort Algorithm)

माना कि हमें निम्नलिखित सूची को सॉर्ट करना है:

arr = [50, 30, 20, 10, 60, 70]

क्विक सॉर्ट निम्नलिखित चरणों में कार्य करेगा:

चरण पिवट बायाँ भाग दायाँ भाग संयोजन
1 50 [30, 20, 10] [60, 70] [30, 20, 10, 50, 60, 70]
2 30 [20, 10] [] [10, 20, 30, 50, 60, 70]
3 20 [10] [] [10, 20, 30, 50, 60, 70] (Final Sorted Array)

क्विक सॉर्ट की समय जटिलता (Time Complexity of Quick Sort)

  • Best Case (सबसे अच्छा केस): O(n log n) – यदि सूची बराबर भागों में विभाजित हो।
  • Average Case (औसत केस): O(n log n) – आमतौर पर, पिवट के सही चयन के साथ।
  • Worst Case (सबसे खराब केस): O(n²) – यदि प्रत्येक बार सबसे छोटा या सबसे बड़ा पिवट चुना जाए।

क्विक सॉर्ट बनाम मर्ज सॉर्ट (Quick Sort vs Merge Sort)

विशेषता क्विक सॉर्ट मर्ज सॉर्ट
समय जटिलता O(n log n) (औसत केस) O(n log n) (हमेशा)
मेमोरी उपयोग इन-प्लेस एल्गोरिदम (O(log n) स्टैक स्पेस) O(n) अतिरिक्त स्थान
तेज़ी प्रैक्टिकल उपयोग में तेज़ लिंक्ड लिस्ट में बेहतर

क्विक सॉर्ट के लाभ (Advantages of Quick Sort)

  • यह आमतौर पर Merge Sort से तेज़ होता है।
  • कम मेमोरी उपयोग करता है क्योंकि यह इन-प्लेस (In-Place) एल्गोरिदम है।
  • व्यवहारिक रूप से प्रभावी और व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।

क्विक सॉर्ट के नुकसान (Disadvantages of Quick Sort)

  • Worst Case में इसकी जटिलता O(n²) हो सकती है।
  • स्टेबल एल्गोरिदम नहीं है (सम मूल्य वाले तत्वों का क्रम बदल सकता है)।

निष्कर्ष

क्विक सॉर्ट एल्गोरिदम एक शक्तिशाली और तेज़ सॉर्टिंग तकनीक है, जो बड़े डेटा सेट के लिए उपयुक्त है। यह Merge Sort की तुलना में कम मेमोरी का उपयोग करता है और आमतौर पर तेज़ होता है, लेकिन Worst Case में धीमा हो सकता है।

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